बच्चे को घुट्टी कब लेनी चाहिए / बाल जीवन घुट्टी की जानकारी और लाभ – हमने कई बार हमारी दादी या मां से सुनते है की बच्चे को जन्म के समय घुट्टी पिलानी चाहिए. हमारी भारतीय परंपरा में पुराने समय से ही बच्चे को जन्म के बाद घुट्टी पिलाई जाती हैं. और आज भी हमारे बुजुर्ग जन्म के बाद बच्चे को घुट्टी पिलाने की सलाह देते हैं. लेकिन कुछ डॉक्टर का मानना है की बच्चों को घुट्टी नहीं पिलानी चाहिए.
इस प्रकार से दों मंतव्य होने के कारण बच्चे के माता-पिता दुविधा में पड़ जाते है. की बच्चे को घुट्टी पिलानी चाहिए या नहीं. और अगर पिलानी चाहिए तो कब पिलानी चाहिए. इन सभी बातों पर आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करेगे.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की बच्चे को घुट्टी कब लेनी चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
Table of Contents
बच्चे को घुट्टी कब लेनी चाहिए
बच्चे की इस घुट्टी को जन्म घुट्टी या बाल घुट्टी के नाम से भी जाना जाता हैं. यह एक आयुर्वेदिक काढ़ा होता हैं. जो बादाम, अतिविष, अश्वगंधा, बाल हिरडा, खारीक, जायफल, मध, वेखंड, मुरुदशेंग आदि आयुर्वेदिक वस्तु से बनाई जाती हैं.
हमारी पुरानी भारतीय परंपरा के अनुसार बच्चे को घुट्टी पिलाना अच्छा माना जाता हैं. इसलिए कुछ लोग जन्म के दुसरे दिन से ही बच्चे को माँ के दूध के साथ घुट्टी पिलाना शुरू कर देते हैं.
लेकिन कुछ डॉक्टर का मानना है की बच्चे के जन्म के छह महीने के भीतर बच्चे को माँ के दूध सिवाय और कुछ भी नहीं देना चाहिए. ऐसी आयुर्वेदिक वस्तु इतनी छोटी उम्र में देना बच्चे के लिए नुकसानदायी साबित हो सकता हैं.
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लेकिन जो लोग आयुर्वेदिक में मानते हैं. उन्हें डॉक्टर की इन बातों से कोई भी फर्क नहीं पड़ता हैं. और वह बच्चे को घुट्टी देना शुरू कर देते हैं.
इसलिए अगर आप भी बच्चे को जन्म घुट्टी देना चाहते हैं. तो जन्म के दुसरे दिन से ही बच्चे को जन्म घुट्टी दे सकते हैं. लेकिन जन्म घुट्टी देने से पहले अगर आप डॉक्टर से कुछ सलाह लेना चाहते हैं. तो आप डॉक्टर से पूछकर भी अपने बच्चे को जन्म घुट्टी दे सकते हैं.
कुछ आयुर्वेदाचार्य का मानना है की जन्म घुट्टी देने से बच्चे की इम्युनिटी पावर बढती हैं. तथा कब्ज, दस्त, कोलिक पेन आदि से राहत पाने के लिए भी बच्चों को घुट्टी दी जाती हैं.
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बाल जीवन घुट्टी की जानकारी
बाल जीवन घुट्टी आयुर्वेदिक वस्तु जैसे की अतिविष, अश्वगंधा, बाल हिरडा, खारीक, जायफल, मध, वेखंड, मुरुदशेंग आदि को मिलाकर तैयार की जाती हैं. इस घुट्टी का अधिकतर इस्तेमाल बच्चों में कब्ज की समस्या दूर करने के लिए किया जाता हैं.
इसके अलावा अन्य कई प्रकार की बच्चो की समस्या को दूर करने के लिए इस घुट्टी का प्रयोग किया जाता हैं. बाल जीवन घुट्टी बच्चों को देने से उनमें आयरन और कैल्शियम की मात्रा बढती हैं. इस वजह से बच्चे की इम्युनिटी पावर बढती हैं. और बच्चा बार-बार बीमार पड़ने से बच जाता हैं.
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बाल जीवन घुट्टी लाभ
बाल जीवन घुट्टी के कुछ मुख्य लाभ हमने नीचे बताए हैं.
- कई बार बच्चा बार-बार रोता हैं. तो बच्चे को चुप करवाने के लिए इस घुट्टी को दिया जा सकता हैं.
- कोलिक पेन होने की वजह से भी बच्चे में रोते हैं. तो कोलिक पेन को शांत करने के लिए भी बाल जीवन घुट्टी लाभदायी साबित होती है.
- बच्चे के दांत आने के समय बच्चे को मसुडो में दर्द तथा सुजन की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं. तो ऐसी समस्या को दूर करने के लिए भी बाल जीवन घुट्टी बहुत ही फायदेमंद मानी जाती हैं.
- बच्चो की पाचन की समस्या को दूर करने के लिए यह घुट्टी बहुत ही अच्छी मानी जाती हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की बच्चे को घुट्टी कब लेनी चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की है. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुँच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह बच्चे को घुट्टी कब लेनी चाहिए / बाल जीवन घुट्टी की जानकारी और लाभ आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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