गाल ब्लैडर किस साइड होता है – गाल ब्लैडर क्या होता है – गाल ब्लैडर जिसे पित्ताशय की थैली के नाम से जाना जाता हैं. यह हमारे शरीर में मौजूद बहुत ही छोटा सा अंग हैं. गाल ब्लैडर का मुख्य काम खाना डाइजेशन करने का होता हैं. इसके अलावा यह पित्त को गाढ़ा करने का काम भी करता हैं.
आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से गाल ब्लैडर से जुडी कुछ मुख्य बातें बताने वाले हैं. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की गाल ब्लैडर किस साइड होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
Table of Contents
गाल ब्लैडर किस साइड होता है
गाल ब्लैडर पेट में दाहिनी तरफ लीवर के नीचे होता हैं. यह आकार में छोटा और नाशपति जैसा होता हैं. मुख्यरूप से गाल ब्लैडर का काम पित्त को गाढ़ा करने का और भोजन को अच्छे से डाइजेशन करने का होता हैं.
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गाल ब्लैडर क्या होता है
गाल ब्लैडर हमारे शरीर का आंतरिक अंग हैं. जिसे पित्ताशय की थैली के नाम से जाना जाता हैं. यह पेट में दाहिनी तरफ मौजूद होता हैं. और इसका आकार नाशपति जैसा होता हैं. इस अंग का मुख्य काम खाना डाइजेशन करने का हैं. इसके अलावा यह अंग पित्त को गाढ़ा करने का काम भी करता हैं.
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गाल ब्लैडर स्टोन के लक्षण
कुछ डॉक्टर और एक्सपर्ट का मानना है की गाल ब्लैडर में स्टोन होने पर कई बार लक्षण नही दिखाई देते हैं. ऐसा जरूरी नहीं है की गाल ब्लैडर स्टोन होने पर आपको कुछ संकेत मिले. लेकिन फिर भी गाल ब्लैडर स्टोन होने पर नीचे दिए गए कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
- गाल ब्लैडर स्टोन होने पर आपको अपच और पेट से जुडी कुछ छोटी-मोटी समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं.
- गाल ब्लैडर स्टोन होने पर कई बार मरीज को अधिक उलटी आना शुरू हो जाता हैं. अगर दिन में तीन से चार बार उलटी आती हैं. तो इस समस्या को इग्नोर नही करना चाहिए. यह गाल ब्लैडर होने का संकेत भी हो सकता हैं.
- गाल ब्लैडर स्टोन होने पर कई बार खाना खाने के बाद खट्टी डकार आना शुरू हो जाता हैं.
- गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या उत्पन्न होने पर मरीज को ज्यादा पसीना आना शुरू हो जाता हैं.
- कई बार एसिडिट की समस्या भी गाल ब्लैडर स्टोन होने का संकेत माना जाता हैं.
- पेट में भारीपन और बदहजमी की समस्या भी गाल ब्लैडर स्टोन होने का मुख्य लक्षण माना जाता हैं.
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गाल ब्लैडर स्टोन ऑपरेशन कैसे होता है
गाल ब्लैडर स्टोन ऑपरेशन करने का पूरा तरीका हमने नीचे बताया हैं.
- जैसे ही आप गाल ब्लैडर स्टोन के ऑपरेशन के लिए हॉस्पिटल पहुंचते हैं. तो सबसे पहले डॉक्टर के द्वारा आपके स्वास्थ्य का अच्छे से निरिक्षण किया जाता हैं.
- इसके बाद डॉक्टर मरीज को एनेस्थिस्या का इंजेक्शन देकर बेहोश करते हैं.
- अब डॉक्टर के द्वारा मरीज के पेट के निचले हिस्से में दो से चार कट मारे जाएगे.
- इसके बाद इस कट के माध्यम से कार्बन डाईओकसाइड गैस छोड़ा जाएगा. ताकि सर्जरी से पहले बीच में आने वाले अंगो की अच्छे से साफ़-सुफाई हो जाए.
- अब डॉक्टर लेप्रोस्कोप दूरबीन डालेगे.
- इसके बाद डॉक्टर कुछ एडवांस टूल्स डालकर गाल ब्लैडर स्टोन का ऑपरेशन करेगे.
तो इस सामान्य प्रक्रिया से गाल ब्लैडर स्टोन का बीना किसी दर्द के ऑपरेशन हो जाता हैं. यह ऑपरेशन होने में लगभग आधे घंटे का समय लगता हैं. ऑपरेशन होने के बाद 24 घंटे के भीतर मरीज को डिस्चार्ज भी कर दिया जाता हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की गाल ब्लैडर किस साइड होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह गाल ब्लैडर किस साइड होता है – गाल ब्लैडर स्टोन के लक्षण आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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